घंटों ख़ामोश रहना पड़ता है, आप के साथ बोलने के लिए
ख़त्म होता नहीं फूलों का सफ़र,
रोज़ इक शाख़ हिला देता हूँ
"If you can, help others; if you cannot do that, at least do not harm them."
जब शाम उतरती है क्या दिल पे गुज़रती है
साहिल ने बहुत पूछा ख़ामोश रहा पानी
रिश्तों की परिभाषा न समझी कभी,न ही भावार्थ जान सके।बस शब्द में ही अटककर शब्दजाल में खो गए।वरना जानते रिश्ता मात्र एक शब्द नहीं पूरा ग्रंथ है
आदमी को सिर्फ वहम है, पास उसके ही इतना गम है,
पूछो हंसते हुए चेहरों से, आंख भीतर से कितनी नम है।
अपनी मिट्टी ही पे चलने का सलीक़ा सीखो,
संग-ए- मरमर पे चलोगे तो फिसल जाओगे
"हम बाहरी दुनिया में तब तक शांति नहीं पा सकते हैं जब तक कि हम अन्दर से शांत न हों।"
''ज़िन्दगी'' तू ही बता कैसे प्यारे करूँ तुझे ,
तेरी हर एक सुबह मेरी उम्र कम कर देती है
"प्रसन्न रहना ही हमारे जीवन का उद्देश्य है।"
"क्रोध मूर्खों के ही दामन में बसता है।"
"जो छोटे मसलों में सच को गंभीरता से नहीं लेता, उस पर बड़े मसलों में भी भरोसा नहीं किया जा सकता।".
"अफ़सोस तो है तेरे बदल जाने का मगर,
तेरी कुछ बातों ने मुझे जीना सिखा दिया..."
पत्थर" मंदिर में जा कर "भगवान" बन जाता हैं, 'लेकिन'
"मानव" नित्य मंदिर जा कर भी "पत्थर" क्यों बन जाता हैं
एक शख़्स देखा है मैंने आइने में,
ख़फ़ा दुनिया से है बात ख़ुद से नहीं करता
उलझा के कुछ देर सवालो मे उनको,
हमने जी भर के देख लिया उनको...
हर आदमी में होते हैं दस बीस आदमी
जिस को भी देखना हो कई बार देखना
कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़,
किसी की आँख में हम को भी इंतिज़ार दिखे
"सच्चाई का सामना ऐसे कीजिए जैसे कि वह है,
न कि जैसा आप उसे होना चाहते हैं।"
जिंदगी में एक सफ़र ऐसा भी आया था,
जिसमें पाँव नहीं, मेरा दिल थक गया था..
मिलना लिखा था सीधे हाथ की लकीरों में, बिछडना लिखा था उल्टे हाथ की लकीरों में ||
अच्छा बुरा वक्त देता है उल्टे सीधे अनुभव, फिर क्या रखा था, दोनों हाथ की लकीरों में||
"लोगों को आत्मविश्वास दिलाना ही सबसे ज़रूरी काम है जो मैं कर सकता हूं। क्योंकि तब वे स्वयं कर्म करेंगे।"
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