Saturday, 3 October 2020

जो दफ़्न कर दिया वो ख़त्म भी हो,

[9/29, 7:27 AM] Bansi Lal: जो दफ़्न कर दिया वो ख़त्म
भी हो,

ये जरूरी तो नहींc.....!
[9/29, 7:28 AM] Bansi Lal: “तर्क किए बिना किसी भी बात को आंख मूंदकर मान लेना भी एक प्रकार की गुलामी है"

- भगत सिंह
[9/29, 7:29 AM] Bansi Lal: जिनकी   हंसी   खूबसूरत   होती   है, 

उनके  जख्म  काफी  गहरे  होते  है...!!!!
[9/29, 7:31 AM] Bansi Lal: तुझे उम्र भर मेरी कमी रहे..

दुआ है तुझे उम्र लंबी मिले..!!
[9/29, 4:00 PM] Bansi Lal: अपनी ज़िंदगी के सलीके को... कुछ यूं मोड़ दो...

जो तुम्हें नज़रअंदाज करें... उन्हें नजर आना छोड़ दो..!
[9/30, 8:36 AM] Bansi Lal: ज़िंदगी यूँही बहुत कम है मोहब्बत के लिए 

रूठ कर वक़्त गँवाने की ज़रूरत क्या है!
[9/30, 8:42 AM] Bansi Lal: हर धड़कते पत्थर को लोग दिल समझते हैं

उम्रें बीत जाती हैं दिल को दिल बनाने में

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डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

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