Sunday, 17 September 2017

सोच को ऊंची रक्जें:

"याद रखें कि सबसे खुश वे नहीं जिन्हें अधिक मिल रहा हो,

बल्कि वे हैं जो ज्यादा दे रहे हैं।"
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"सोच को ऊंची रखें, और असफलता के लिए भी तैयार रहें।"
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जब किसी मासूम बच्चे को देखकर वात्सल्य की जगह वासना उमड़ने लगे तो मान लीजिये कि हमारे समाज का नैतिक, वैचारिक और मानसिक पतन हो चुका है।
"सीमाएं केवल हमारे दिमाग में हैं। लेकिन अगर हम अपनी कल्पनाओं का उपयोग करें, तो हमारी संभावनाएं असीमित हो जाती हैं।"
तू कहानी ही के पर्दे में भली लगती है

ज़िंदगी तेरी हक़ीक़त नहीं देखी जाती
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"जिस व्यक्ति ने कभी कोई गलती नहीं की, उस व्यक्ति ने कभी कुछ नया करने की कोशिश नहीं की।"
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मिज़ाज़ औऱ हक़ीक़त:

मिजाज़ और हक़ीक़त कुछ और है यानी

तेरी निगाह से तेरा बयाँ नहीं मिलता
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हसरत से उस कूचे को क्यों कर न देखिये,

अपना भी इस चमन में कभी आशियाना था।
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ओस के मोतियों से ये पूछो

आबरू-ए-हयात  कितनी है
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''ये सांझ ……
परिंदे फूल पत्तियां
चाँद तारों को देखना
भी खुदा की नेमत है!!

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''जब भी आंखे उदास होती है,
बारिशे … रास नहीं आती …!!

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वो ''पानी'' पर इश्क़ लिख कर भूल गया,,
हम आज भी आंखों में समंदर भर कर बैठे हैं!

🌺🌹🌺

Sunday, 10 September 2017

चूहा अगर पत्थर:

चूहा अगर पत्थर का हो तो सब उसे पूजते हैं
मगर जिन्दा हो तो मारे बिना   चैन  नहीं लेते हैं..
साँप अगर पत्थर का हो तो सब उसे पूजते हैं
मगर जिन्दा हो तो उसी वक़्त मार देते हैं..
माता  अगर पत्थर की हो तो सब पूजते हैं, माँ कहते हैं
मगर जिन्दा है तो कीमत नहीं समझते। 
बस यही समझ नहीं आता कि
ज़िन्दगी से इतनी नफरत क्यों और
पत्थरों से इतनी मोहब्बत क्यों.. 🙏
*जिस तरह लोग मुर्दे इंसान को कंधा देना पुण्य समझते हैं*

*काश इस तरह ज़िन्दा इंसान को सहारा देंना पुण्य समझने लगे तो ज़िन्दगी आसान हो जायेगी*

                *🙏*

University Professor:

A University professor  wrote an expressive message to his students at the doctorate, masters and bachelors levels and placed it at the entrance in a university in South Africa.
And this is the message;

*"Collapsing any nation does not require use of atomic bombs or the use of long range missiles. It only requires lowering the quality of education and allowing cheating in the examinations by the students".*

The patient dies in the hands of such doctors

And the buildings collapse in the hands of such engineers

And the money is lost in the hands of such accountants

And humanity dies in the hands of such religious scholars

And justice is lost in the hands of such judges...

*"The collapse of education is the collapse of the nation"*

यतीमखाना:

"बेटा अपने बूढ़े बाप को यतीमख़ाने छोड़कर वापस जा रहा था तो  उसकी बीवी ने फ़ोन किया और कहा "अपने बाप को ये भी कह दो कि त्यौहार पर भी घर आने की ज़रूरत नहीं, अब वहीं रहें और हमें सुकून से जीने दें",
बेटा वापस मुड़ा और यतीमख़ाने गया तो देखा कि उसका बाप यतीमख़ाने के मैनेजर के साथ ख़ुश गप्पों में व्यस्त है और वो यूं बैठे थे जैसे बरसों से एक दूसरे को जानते हों।
बेटे ने पूछा "सर, आप मेरे पिता को किस त़रह़ और कब से जानते हैं?
उसने मुस्कराते हुए जवाब दिया, "जब ये यतीमख़ाने से एक बच्चे को गोद लेने आए थे"👌👌👌

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...