Wednesday, 30 November 2016

Little Girl:

A lovely little girl was holding two apples with both hands.

Her mum came in and softly asked her little daughter with a smile; my sweetie, could you give your mum one of your two apples?

The girl looked up at her mum for some seconds, then she suddenly took a quick bite on one apple, and then quickly on the other.

The mum felt the smile on her face freeze. She tried hard not to reveal her disappointment.

*Then the little girl handed one of her bitten apples to her mum,and said: mummy, here you are. This is the sweeter one.*

No matter who you are, how experienced you are, and how knowledgeable you think you are, always delay judgement. 

*Give others the privilege to explain themselves.*
                           
What you see may not be the reality. Never conclude for others.

*Which is why we should never only focus on the surface and judge others without understanding them first.*

Those who like to pay the bill, do so not because they are loaded but because they value friendship above money.

*Those who take the initiative at work, do so not because they are stupid but because they understand the concept of responsibility.*

Those who apologize first after a fight, do so not because they are wrong but because they value the people around them.

*Those who are willing to help you, do so not because they owe you any thing but because they see you as a true friend.*

Those who often text you, do so not because they have nothing better to do but because you are in their heart.

*Those who take out time to chat with you, do not mean they are jobless or less busy, but they know the importance of keeping in touch.*

One day, all of us will get  separated  from each other; we will miss our conversations of everything & nothing; the dreams that we had.

Days will pass by, months, years, until this contact becomes rare... One day our children will see our pictures and ask 'Who are these people?' And we will smile with invisible tears  because a heart is touched with a strong word and you will say: 'IT WAS THEM THAT I HAD THE BEST DAYS OF MY LIFE WITH'.

Sunday, 27 November 2016

क्या साजिश हुई:

जाने बादलो के दरमिया क्या साजिश हुई,
जिसका घर मिट्टी का था उसी के घर बारिश हुई !

एक हमें आवारा कहना कोई बड़ा इल्ज़ाम नहीं
दुनिया वाले दिल वालों को और बहुत कुछ कहते हैं

अह्सासे कमतरी का हुए हैं शिकार यूँ
अब एहतजाज तक का हुनर खो चुके हैं हम

Be grateful for where you're and what you’ve learned. Change your attitude and you'll change your life.

Forgiveness is key to moving on from your past. It doesn't mean you'll forget. But if you don't forgive, you'll never move on.

No tool is more beneficial than intelligence. No enemy is more harmful than ignorance.

To speak kindly:

To speak kindly does not hurt the tongue.

सावन-भादों साठ ही दिन हैं फिर वो रुत की बात कहाँ
अपने अश्क मुसलसल बरसें अपनी-सी बरसात कहाँ

मैंने दरिया से सीखी है पानी की परदादारी
ऊपर-ऊपर हंसते रहना, गहराई में रो लेना

मग़रमच्छ पकड़ने के लिए पूरा तालाब ही सुखा दिया गया
करोड़ो छोटी मछली बिना क़सूर ही मारी गई

मेरे अकेलेपन का मज़ाक बनाने वालों....
ज़रा ये तो बताओ, जिस भीड़ में तुम खड़े हो उसमें कौन तुम्हारा है....

रक्शेमय तेज करो साज की लय तेज करो
सूए मैखाना सफीराने हरम आते हैं।

ज़हर के घूँट भी हँस हँस के पिए जाते हैं
हम बहर-हाल सलीक़े से जिए जाते हैं

"हमेशा तर्क करने वाला दिमाग सिर्फ धार वाले चाकू की तरह है
जो प्रयोग करने वाले के हाथ से ही खून निकाल देता है।"

मेरी कमियों को तलाशना बंद कर दिया है लोगों ने,
मैंने तोहफे में उन्हें जब से आइना दे दिया

"Persistent questioning and healthy inquisitiveness are the first requisite for acquiring learning of any kind." - Gandhi

An attitude of gratitude brings great things.

"An ounce of action is worth a ton of theory."

What a brakes:

Why do we have brakes in a Car?
The answer will blow your mind...

Someone asked, "Why do we have brakes in a car"?

Varied answers were received, like,
"To stop",
"To reduce speed",
"To avoid collision" etc.,

but the best answer was,
"To enable you to drive faster"

Give it a thought. It's true but seldom such smart out of box thinking is done,  much less appreciated.

It's because of brakes that we can dare to accelerate, dare to go fast and reach destinations we desire.

At various points in life, we find our parents,teachers, mentors, friends and spouse etc. questioning your progress, direction or decision. We consider them as irritants or consider such inquiries as "brakes" to our ongoing work.

But, remember, it's because of such questions (read periodical brakes) that you have managed to reach where you are today. Without brakes, you could have skid, lost direction or gone astray or met with an unfortunate accident  !!!. 

Learn to appreciate the 'brakes' in your life.
Use them wisely....

दही का इंतज़ाम:

दही का इन्तजाम

गुप्ता जी जब लगभग पैंतालीस वर्ष के थे तब उनकी पत्नी का स्वर्गवास हो गया था। लोगों ने दूसरी शादी की सलाह दी परन्तु गुप्ता जी ने यह कहकर मना कर दिया कि पुत्र के रूप में पत्नी की दी हुई भेंट मेरे पास हैं, इसी के साथ पूरी जिन्दगी अच्छे से कट जाएगी।

पुत्र जब वयस्क हुआ तो गुप्ता जी ने पूरा कारोबार पुत्र के हवाले कर दिया। स्वयं कभी मंदिर और आॅफिस में बैठकर समय व्यतीत करने लगे।

पुत्र की शादी के बाद गुप्ता जी और अधिक निश्चित हो गये। पूरा घर बहू को सुपुर्द कर दिया।

पुत्र की शादी के लगभग एक वर्ष बाद दुपहरी में गुप्ता जी खाना खा रहे थे, पुत्र भी ऑफिस से आ गया था और हाथ–मुँह धोकर खाना खाने की तैयारी कर रहा था।

उसने सुना कि पिता जी ने बहू से खाने के साथ दही माँगा और बहू ने जवाब दिया कि आज घर में दही उपलब्ध नहीं है। खाना खाकर पिताजी ऑफिस चले गये।

पुत्र अपनी पत्नी के साथ खाना खाने बैठा। खाने में प्याला भरा हुआ दही भी था। पुत्र ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी और खाना खाकर स्वयं भी ऑफिस चला गया।

लगभग दस दिन बाद पुत्र ने गुप्ता जी से कहा- ‘‘ पापा आज आपको कोर्ट चलना है,आज आपका विवाह होने जा रहा है।’’

पिता ने आश्चर्य से पुत्र की तरफ देखा और कहा-‘‘बेटा मुझे पत्नी की आवश्यकता नही है और मैं तुझे इतना स्नेह देता हूँ कि शायद तुझे भी माँ की जरूरत नहीं है, फिर दूसरा विवाह क्यों?’’

पुत्र ने कहा ‘‘ पिता जी, न तो मै अपने लिए माँ ला रहा हूँ न आपके लिए पत्नी,
मैं तो केवल आपके लिये दही का इन्तजाम कर रहा हूँ।

कल से मै किराए के मकान मे आपकी बहू के साथ रहूँगा तथा ऑफिस मे एक कर्मचारी की तरह वेतन लूँगा ताकि आपकी बहू को दही की कीमत का पता चले।’’

Thursday, 24 November 2016

Positive Attitude:

Positive attitude

एक घर के पास काफी दिन एक बड़ी इमारत का काम चल रहा था।
वहा रोज मजदुरोंके छोटे बच्चे एकदुसरोंकी शर्ट पकडकर रेल-रेल का खेल खेलते थे।

रोज कोई इंजिन बनता और बाकी बच्चे डिब्बे बनते थे...

इंजिन और डिब्बे वाले बच्चे रोज बदल  जाते,
पर...
केवल चङ्ङी पहना एक छोटा बच्चा हाथ में रखा कपड़ा घुमाते हुए गार्ड बनता था।

उनको रोज़ देखने वाले एक व्यक्ति ने  कौतुहल से गार्ड बननेवाले बच्चे को बुलाकर पुछा,

"बच्चे, तुम रोज़ गार्ड बनते हो। तुम्हें कभी इंजिन, कभी डिब्बा बनने की इच्छा नहीं होती?"

इस पर वो बच्चा बोला...

"बाबूजी, मेरे पास पहनने के लिए कोई शर्ट नहीं है। तो मेरे पिछले वाले बच्चे मुझे कैसे पकड़ेंगे? और मेरे पिछे कौन खड़ा रहेगा?

इसिलए मैं रोज गार्ड बनकर ही खेल में हिस्सा लेता हुँ।

"ये बोलते समय मुझे उसके आँखों में पानी दिखाई दिया।

आज वो बच्चा मुझे जीवन का एक बड़ा पाठ पढ़ा गया...

*अपना जीवन कभी भी परिपूर्ण नहीं होता। उस में कोई न कोई कमी जरुर रहेगी।*

वो बच्चा माँ-बाप से ग़ुस्सा होकर रोते हुए बैठ सकता था। वैसे न करते हुए उसने परिस्थितियों का समाधान ढूंढा।

हम कितना रोते है?
कभी अपने साँवले रंग के लिए, कभी छोटे क़द के लिए, कभी पड़ौसी की कार, कभी पड़ोसन के गले का हार, कभी अपने कम मार्क्स, कभी अंग्रेज़ी, कभी पर्सनालिटी, कभी नौकरी मार तो कभी धंदे में मार...

हमें इससे बाहर आना पड़ता है।

*ये जीवन है... इसे ऐसे ही जीना पड़ता है।*

lets be positive➕

Wednesday, 23 November 2016

खूब है ये शौक का पहलु भी:

Sasha Aickin, once said:
"When you buy something cheap and bad, the best you’re going to feel about it is when you buy it. When you buy something expensive and good, the worst you’re going to feel about it is when you buy it"

ये जो मुझ पर किसी अपने का गुमाँ होता है
मुझ को ऐसा नज़र आने में बड़ी देर लगी

"आपकी गर्दन पर लिपटी आपके बच्चों की बाहों से कीमती जेवर आप कभी नहीं पा सकते।"

"जीवन में सबसे कठिन कार्य यह समझ पाना है कि कौन से पुल तो पार करें, और कौन से नष्ट करें।"

ख़ूब है शौक़ का ये पहलू भी
मैं भी बर्बाद हो गया तू भी

ये धुआँ कम हो तो पहचान हो मुम्किन शायद,
यूँ तो वो जलता हुआ अपना मकाँ लगता है

सुनते हैं के अपने ही थे घर लूटने वाले,
अच्छा हुआ मैं ने ये तमाशा नहीं देखा.

"सफलता वाकई किस्मत और मेहनत का संगम है।"

"कुछ लोग सफलता की राह देखते हैं, और बाकी उठ खड़े हो उसके लिए जी जान लगा देते हैं।"

इश्वा भी है शोख़ी भी तबस्सुम भी हया भी
ज़ालिम में और इक बात है इस सब के सिवा भी

परिवार एक मुट्ठी है
एक ऊँगली भी बाहर निकल गई तो
मुट्ठी की ताकत ख़त्म हो जाती है ।

जब से तूने मुझे दीवाना बना रख्खा है,
संग हर शख़्स ने हाथों में उठा रख्खा है

कभी यूँ भी हुआ है हँसते हँसते तोड़ दी हम ने
हमें मालूम था जुड़ती नहीं टूटी हुई चीज़ें

एक लौ की तलाश है जो मेरी शख्सियत बयान कर दे...
बहुत  दिन हो गए खुद से मिले हुए

"अगर आप चाहते हैं कि कोई चीज उत्कृष्ट तरीके से हो
तो आप उसे खुद ही कीजिए।"

Tuesday, 15 November 2016

A new day today:

हैरान हूँ मैं खुद-ब-खुद अपने सब्र का पैमाना देख कर..

उसने याद नहीं किया और मैंने इंतज़ार नहीं छोड़ा..
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बाप पतंग उड़ा रहा था  बेटा ध्यान से देख रहा था

थोड़ी देर बाद बेटा बोला पापा ये धागे की वजह से पतंग और ऊपर नहीं जा पा रही है इसे तोड़ दो

बाप ने धागा तोड़ दिया

पतंग थोडा सा और ऊपर गई और उसके बाद निचे आ गई

तब बाप ने बेटे को समझाया

बेटा जिंदगी में हम जिस उचाई पर है,
     हमें अक्सर लगता है ,
       की कई चीजे हमें
          और ऊपर
           जाने से 
         रोक रही है,
जैसे
            घर,
          परिवार,
        अनुशासन,
           दोस्ती,

और हम उनसे आजाद होना चाहते है,
मगर यही चीज होती है
जो हमें उस उचाई पर बना के रखती है.

उन चीजो के बिना हम एक बार तो ऊपर जायेंगे
मगर
बाद में हमारा वो ही हश्र होगा, जो पतंग का हुआ.

इसलिए जिंदगी में कभी भी
          अनुशासन का,
           घर का ,
           परिवार का,
           दोस्तों का,
     रिश्ता कभी मत तोड़ना..
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वो कहते हैं छोड़ देंगे बीच समंदर में हमें,
वो भूल गए तूफानों से था आगाज हमारा..

मेरे दिल में था कि कहूँगा मैं, यह जो दिल में रंजो-मलाल था !!
वह जब आ गया मेरे सामने, तो न रंज था न मलाल था !!

हर एक चेहरे को ज़ख़्मों का आईना न कहो !!
ये ज़िन्दगी तो है रहमत; इसे सज़ा न कहो !!

Sometimes, to get someones attention, you have to STOP giving them yours

Don’t be happy for a particular reason,
Because that happiness end when reason ends!

Be happy without any reason;
you will be happy in every season !!

Wednesday, 9 November 2016

ये धुआं कम हो तो पहचान:

"मुझे दुश्मनों से
भी खुद्दारी की उम्मीद रहती है,
सर किसी का भी हो कदमो में
अच्छा नहीं लगता..."

"माता पिता अपने बच्चों को उत्तरदान में धन दौलत नहीं, बल्कि श्रद्धा की भावना दें।"

सब्र हर बार इख़्तियार किया
हम से होता नहीं हज़ार किया
आदतन तुम ने कर दिए वादे
आदतन हम ने ए'तिबार किया

इस दौर के लोगों में वफ़ा ढूँढ रहे हो,
तुम जहर कि शीशी में दवा ढूँढ रहे हो..!

"जीवन तूफान के चले जाने का इंतज़ार करने में नहीं; यह तो बरसात में भी भीगने का आनंद लेने में है।"

"बेटी तो इस संसार में मिल सकने वाली सबसे खूबसूरत सौगातों में से है।"

रात को जीत तो पाता नहीं लेकिन ये चराग़
कम से कम रात का नुक़सान बहुत करता है

"हो सकता है दूसरी ओर की घास अधिक हरी लगे, लेकिन अगर आप अपनी घास को पानी देने का समय निकालें तो यह भी उतनी ही हरी लगेगी।"

चुहिया पेड़ पर चढ़ी, तो बंदर ने पूछा, ऊपर क्यों आई हो?
चुहिया: सेब खाने।
बंदर: यह तो आम का पेड़ है।
चुहिया: तू ज्यादा चौधरी मत बन, सेब साथ लाई हूं।

Sasha Aickin, once said:
"When you buy something cheap and bad, the best you’re going to feel about it is when you buy it. When you buy something expensive and good, the worst you’re going to feel about it is when you buy it"

ये जो मुझ पर किसी अपने का गुमाँ होता है
मुझ को ऐसा नज़र आने में बड़ी देर लगी

"आपकी गर्दन पर लिपटी आपके बच्चों की बाहों से कीमती जेवर आप कभी नहीं पा सकते।"

"जीवन में सबसे कठिन कार्य यह समझ पाना है कि कौन से पुल तो पार करें, और कौन से नष्ट करें।"

ख़ूब है शौक़ का ये पहलू भी
मैं भी बर्बाद हो गया तू भी

ये धुआँ कम हो तो पहचान हो मुम्किन शायद,
यूँ तो वो जलता हुआ अपना मकाँ लगता है

सुनते हैं के अपने ही थे घर लूटने वाले,
अच्छा हुआ मैं ने ये तमाशा नहीं देखा.

Friday, 4 November 2016

4rt of Nov. In facebook:

ऐ ज़िंदगी चार पल फ़ुर्सत के दे दे...
या वो पल दे दे जब फ़ुर्सत कि ख्वाईश ही न थी…

Failure. Victims internalize it. Survivors avoid it. Conquerers risk it for their own gain. Heroes risk it out of love for others.

"You can't make the right decisions all the time. But you can learn from wrong ones every time!"

गृहस्थ एक तपोवन है, जिसमें संयम,सेवा और सहिष्णुता की साधना करनी पड़ती है ।

Anyone Can Make You Smile,
Many People Can Make You Cry,
But It Takes Someone Really Special
To Make You Smile With Tears In Your Eyes...

Good Relationship r like trees..they demand attention & care in beginning.
But; once they blossom. They provide u shade in all situations of life.

Talk to yourself once in a day...
otherwise you may miss meeting
An Excellent person in this world....

"The people that understand you the most doesn't always have to be the ones closest to you."

Any body can love a Rose; But it takes a great deal to love a leaf.
Dont love some one who is beautiful; But love the who can make u r life beautiful..

चुप -अगर हम हैं तो मतलब ,बेजुवाँ हरगिज नहीं
यूँ इरादों को हवा - देना ,वफ़ा -हरगिज नहीं

Remember that great love and great achievements involve great risk.

"Don't go into business to get rich. Do it to enrich people. It will come back to you." - Stew Leonard

"Behind every beautiful thing there is some kind of pain"

"A Lie dosen't end a relationship, usually truth does..!!"

डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...