bansi: मेरे पीठ पर जो जख्म है वो अपनों की निशानी हैं,
वर...: मेरे पीठ पर जो जख्म है वो अपनों की निशानी हैं, वरना सीना तो आज भी दुश्मनो के इंतजार मे बैठा है." कभी सागर छलका दिया कभी एक बूँद को ...
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डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा
[8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...
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[10:03 AM, 10/15/2022] Bansi lal: बादलों की ओट से सूरज निकलने वाला है, सफर जारी रखो, वक्त बदलने वाला है … [11:09 AM, 10/15/2022] Bansi lal:...
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[8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...
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" जहाँ रौशनी की ज़रूरत हो चिराग वहीँ जलाया करो, सूरज के सामने जलाकर उसकी औकात ना गिराया करो...!" सहमी हुई है झोपड़ी, बार...
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