Monday, 24 February 2014

bansi: मेरे पीठ पर जो जख्म है वो अपनों की निशानी हैं, वर...

bansi: मेरे पीठ पर जो जख्म है वो अपनों की निशानी हैं,
वर...
: मेरे पीठ पर जो जख्म है वो अपनों की निशानी हैं, वरना सीना तो आज भी दुश्मनो के इंतजार मे बैठा है." कभी सागर छलका दिया कभी एक बूँद को ...

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डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा

 [8:11 AM, 8/24/2023] Bansi Lal: डर हमको भी लगता है रस्ते के सन्नाटे से लेकिन एक सफ़र पर ऐ दिल अब जाना तो होगा [8:22 AM, 8/24/2023] Bansi La...