[4:13 PM, 4/16/2022] Bansi lal: रिश्ते धीरे धीरे खत्म होते है,
पर पता अचानक चलता है..
[4:14 PM, 4/16/2022] Bansi lal: सारी तलाश उस एक व्यक्ति पर आकर ठहर जाती है
जो गलतियां तो करने दे पर प्यार करना न छोड़े.....!
[7:59 AM, 4/18/2022] Bansi lal: कभी कभी तो छलक पड़ती हैं यूँही आँखें,
उदास होने का कोई सबब नहीं होता
[8:00 AM, 4/18/2022] Bansi lal: जब बहुत कुछ कहने को होता है,
तब अक्सर इंसान चुप हो जाता है..
[8:00 AM, 4/18/2022] Bansi lal: मैं सिर्फ उस बात का ज़िम्मेदार हूँ,
जो मैंने कही हैं
उसका नहीं...जो तुमने समझी हैं
[8:01 AM, 4/18/2022] Bansi lal: लोग दर्द देने के बाद कहते है,
खुश रहा करो..
[8:25 AM, 4/19/2022] Bansi lal: लगता है कहीं प्यार में....थोड़ी सी कमी थी,
और प्यार में थोड़ी सी कमी....कम नहीं होती..!!
[8:28 AM, 4/19/2022] Bansi lal: हिन्दू समाज में नीची से नीची समझे जाने वाली जाति भी अपने से नीची एक और जाति ढूँढ लेती है।
~ हजारी प्रसाद द्विवेदी
[8:28 AM, 4/19/2022] Bansi lal: फिर इसके बाद हमें तिश्नगी रहे न रहे
बस कुछ और देर मुरव्वत से काम ले साक़ी
[8:29 AM, 4/19/2022] Bansi lal: टूटे तो बड़े चुभते है,
क्या कांच ,क्या रिश्ते..
[7:02 AM, 4/20/2022] Bansi lal: If the highest aim of a captain was to preserve his ship,
he would keep it in port forever.
[7:06 AM, 4/20/2022] Bansi lal: बात ये है कि लोग बदल गए हैं,
ज़ुल्म ये है कि वो मानते भी नहीं..
[7:07 AM, 4/20/2022] Bansi lal: जो जाने के बहाने ढूंढ रहे थे उन्हें,
हम खुद ही दरवाज़े तक छोड़ के आये..
[7:10 AM, 4/20/2022] Bansi lal: जो देखते तिरी ज़ंजीर-ए-ज़ुल्फ़ का आलम
असीर होने की आज़ाद आरज़ू करते
[1:37 PM, 4/21/2022] Bansi lal: कौन कहता है छलनी में पानी नहीं रुक सकता,
बर्फ बनने तक धैर्य बनाए रखे..
[1:37 PM, 4/21/2022] Bansi lal: आशा चाहे कितनी भी कम हो,
निराशा से बेहतर होती है..
[7:22 AM, 4/22/2022] Bansi lal: जिन्हे मनाने के लिए बहुत सारे लोग हो,
उनकी नाराजगी कभी खत्म नहीं होती..
[7:23 AM, 4/22/2022] Bansi lal: गधे की दोस्ती में लात खाने के सिवाय कुछ और नहीं मिलता।
[4:42 PM, 4/22/2022] Bansi lal: अगर ओहदा बड़ा हो तो लोग बकवास भी ध्यान से सुनते हैं।
[4:44 PM, 4/22/2022] Bansi lal: भुलने वाली
सारी बातें याद हैं,
इसीलिए
जिंदगी में विवाद है..
[7:03 AM, 4/24/2022] Bansi lal: तुम गुजर जाओ करीब से,
वो भी मुलाकात से कम नहीं है..
[7:04 AM, 4/24/2022] Bansi lal: मुद्दतो बाद उसे खुश देखा तो अहसास हुआ
हमे पहले ही बिछड़ जाना था
[7:06 AM, 4/24/2022] Bansi lal: बेहद करीब है वो शख्स आज मेरे दिल के..
जिसने खामोशी का सहारा लेकर दूरियों को अंजाम दिया..!!
[7:37 AM, 4/24/2022] Bansi lal: Maturity is knowing what battles to walk away from.
No "win" is worth lowering yourself or sacrificing your class/dignity.
[10:29 AM, 4/24/2022] Bansi lal: "बोझ इस कदर, ख़्यालों पर लदा है...
हर फ़ैसला, पीठ झुका कर चलता है!!"
[7:37 AM, 4/25/2022] Bansi lal: “If you want to reach a state of bliss, then go beyond your ego and the internal dialogue. Make a decision to relinquish the need to control, the need to be approved, and the need to judge. Those are the three things the ego is doing all the time. It's very important to be aware of them every time they come up....
[7:45 AM, 4/25/2022] Bansi lal: है शौक-ए-सफ़र ऐसा एक उमर से यारा,
मंज़िल भी नही पाई, और रस्ता भी नही बदला
[8:46 AM, 4/25/2022] Bansi lal: I will not have you without the darkness that hides within you. I will not let you have me without the madness that makes me. If our demons cannot dance, neither can we.
[9:03 AM, 4/26/2022] Bansi lal: Why do we learn so much from pain and very little from happiness? Don’t forget to count your blessings. Don’t let your scars fill your soul with darkness. You have so much sunshine. Embrace it and let it slip down to your bones. Let your soul pour sunshine, always.
[9:37 AM, 4/26/2022] Bansi lal: “यदि आप गुस्से के एक क्षण में धैर्य रखते है,
तो दु:ख के सौ दिन से बच जाते है।”
[9:39 AM, 4/26/2022] Bansi lal: दफ़न कीजिए न उन्हे
जिनके लिए रोज मरते हो
[9:39 AM, 4/26/2022] Bansi lal: चिंता ने चिता से मुस्कुराते हुए कहा,
तू मुर्दों को जलाती है और मैं ज़िंदों को।
~ अज्ञात
[9:39 AM, 4/26/2022] Bansi lal: बहुत बुरे हैं हम.....!
कुछ अपनो से सुना है मैंने!!
[7:36 AM, 4/27/2022] Bansi lal: "जिस चीज पर आप विश्वास करते हैं उसे कभी न छोड़ें।"
[7:38 AM, 4/27/2022] Bansi lal: दीए का सम्मान इसलिए होता है,
क्योंकि वह दूसरों से नहीं..
दूसरों के लिए
जलता है..
[7:39 AM, 4/27/2022] Bansi lal: जज़्बात लिखे तो मालूम हुआ..
पढ़े लिखे लोग भी,पढ़ना नहीं जानते..!!
[7:40 AM, 4/27/2022] Bansi lal: जज़्बात कहते हैं खामोशी से बसर हो जाए..
दर्द की ज़िद्द है कि दुनिया को खबर हो जाए..!!
[7:40 AM, 4/27/2022] Bansi lal: बुद्धिमान लोग हर चीज़ पर सवाल उठाते हैं,
मूर्खों के पास हर बात का जवाब होता है।
~ सुकरात
[7:49 AM, 4/27/2022] Bansi lal: जिन्दगी की इस कशमकश में वैसे तो मैं भी बहुत ब्यस्त हूं ,
लेकिन..,
वक्त का बहाना बना कर अपनों को भूल जाना.......
मुझे आज भी नहीं आता...
[6:59 AM, 4/28/2022] Bansi lal: जो आपकी बात को सुनते हुए इधर-उधर देखे
उस आदमी पर कभी भी विश्वास न करें।
~ आचार्य चाणक्य
[7:00 AM, 4/28/2022] Bansi lal: सितारों को देखने के लिए एक निश्चित अंधकार की ज़रूरत पड़ती है।
~ ओशो
[7:00 AM, 4/28/2022] Bansi lal: दरवाज़ा मेरा खोल के पूछा हवाओं ने
क्या इंतज़ार तुमको किसी दूसरे का था
[7:03 AM, 4/28/2022] Bansi lal: प्रेम आभास करवाता है,
हमारे पास खोने को कितना कुछ है...!!
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