[21/12, 6:35 pm] Bansi Lal: जूता जब काटता है
तब ज़िंदगी काटना मुश्किल हो जाता है।
जूता जब काटना बंद कर देता है
तब वक़्त काटना मुश्किल हो जाता है।
[21/12, 6:37 pm] Bansi Lal: ग़लती करना ग़लती थोड़ी होती है
ग़लती करते रहना ग़लती होती है
[23/12, 8:52 am] Bansi Lal: हम को भी ख़ुश-नुमा नज़र आई है ज़िंदगी
जैसे सराब दूर से दरिया दिखाई दे
[23/12, 8:53 am] Bansi Lal: गुज़िश्ता साल जो देखा वो अब की साल नहीं
ज़माना एक सा बस हर बरस नहीं चलता
[23/12, 8:55 am] Bansi Lal: Don’t let a little negativity keep you from seeing a lot of good that’s around.
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