[5/1, 6:36 AM] Bansi Lal: मैं कुछ दिन से अचानक फिर अकेला पड़ गया हूँ
नए मौसम में इक वहशत पुरानी काटती है
[5/1, 6:43 AM] Bansi Lal: Hustle until your haters ask if you're hiring.
[5/1, 6:44 AM] Bansi Lal: जल्दी में था कोई शायद कहानी इश्क की अधूरी
छोड़ गया ,
लफ्जों से बात ना बनी तो खामोशी से दिल
तोड़ गया
[5/1, 6:49 AM] Bansi Lal: रूकने के लिए तो मेरे पास पूर्णविराम भी था
पर तुम ज्यादा पूर्ण लगे मेरे विराम के लिए
[5/1, 6:50 AM] Bansi Lal: You can only reach your full potential when you are able to put your ego aside.
[5/1, 6:51 AM] Bansi Lal: हर बार दुआ के लिए हाथ उठेगा मेरा
ये बेकार की दूरियों से चाहत नहीं बदला करती..!!
[5/1, 6:52 AM] Bansi Lal: जो उसी के लफ़्ज़ों में बात की..
तो बात ही खत्म हो गई..!
[5/2, 9:02 AM] Bansi Lal: जो उसी के लफ़्ज़ों में बात की..
तो बात ही खत्म हो गई..!
[5/2, 9:08 AM] Bansi Lal: किताबें तक पढ़ने का शौक़ नहीं था हमें
पर तेरे इश्क़ ने आंखें पढ़ना सिखा दिया
[5/23, 9:23 AM] Bansi Lal: हँसी यूँ ही नहीं आई है इस
ख़ामोश चेहरे पर....
कई "ज़ख्मों" को सीने में दबाकर रख दिया हमने !
[5/23, 9:35 AM] Bansi Lal: एक नफरत है जिसको
पल भर में महसूस कर लिया जाता हैं
एक प्रेम है जिसका यकीन दिलाने के लिए सारी जिंदगी भी कम पड़ जाती है....!!
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